Ticker

10/recent/ticker-posts

Hot Widget

recent/hot-posts

Ad Code

Responsive Advertisement

यूपी में सड़क किनारे 20 टुकड़ों में मिली गर्भवती महिला की लाश

 


सूत्रों से पता चला है की,,अमरोहा (उत्तर प्रदेश) में सड़क किनारे करीब 30 वर्षीय गर्भवती महिला की लाश मिली है। महिला के शव को करीब 20 टुकड़ों में काटकर कपड़े के दो बैगों में भरा गया था।पुलिस ने कहा कि शव की शिनाख्त नहीं हो पाई है और शव को कब्ज़े में लेकर गांव के लोगों से पूछताछ की जा रही है।





अमरोहा (उत्तर प्रदेश) में सड़क किनारे करीब 30 वर्षीय गर्भवती महिला की लाश मिली है।महिला के शव को करीब 20 टुकड़ों में काटकर कपड़े के दो बैगों में भरा गया था। पुलिस ने कहा कि शव की शिनाख्त नहीं हो पाई है और शव को कब्ज़े में लेकर गांव के लोगों से पूछताछ की जा रही है।



मेरी मौत हुई तो महाराष्ट्र को लंका की तरह जला देंगे मराठा मनोज जरांगे ने दी चेतावनी

 

सूत्रों से पता चला है की,मनोज जरांगे मराठा समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समूह में शामिल करने की मांग को लेकर महाराष्ट्र के जालना जिले में अपने पैतृक गांव अंतरवाली सरती में अनिश्चितकालीन अनशन कर रहे हैं।







मेरी मौत हुई तो महाराष्ट्र को लंका की तरह जला देंगे मराठा' मनोज जरांगे ने दी चेतावनी,मनोज जरांगे मराठा समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समूह में शामिल करने की मांग को लेकर महाराष्ट्र के जालना जिले में अपने पैतृक गांव अंतरवाली सरती में अनिश्चितकालीन अनशन कर रहे हैं।






मराठा आरक्षण की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन अनशन कर रहे कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने राज्य सरकार को चेतावनी जारी की है। उन्होंने बुधवार को सरकार पर मराठा समुदाय को धोखा देने का आरोप लगाया है। मराठा आरक्षण की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन अनशन कर रहे हैं और बुधवार को उनके अनशन का पांचवां दिन है। जरांगे ने सरकार को चेतावनी देते हुए ये तक कह दिया कि अगर भूख ख हड़ताल के दौरान उनकी मौत हो जाती है तो मराठा समुदाय के लोग महराष्ट्र को लंका की तरह जला देंगे। 





जरांगे का स्वास्थ्य खराब हो रहा

मराठा नेता मनोज जरांगे के नजदीकी लोगों को कहना है कि उनका स्वास्थ्य खराब हो रहा है लेकिन वह चिकित्सकों को अपनी जांच नहीं करने दे रहे हैं। उनकी नाक से खून बह रहा है लेकिन न तो पानी पी रहे हैं और न ही दवाएं ले रहे हैं। बता दें कि ये एक साल से भी कम समय में चौथी बार है जब जरांगे मराठा समुदाय को ओबीसी के तहत शामिल करने की मांग को लेकर भूख हड़ताल कर रहे हैं।





जरांगे ने जारी की चेतावनी

मनोज जरांगे ने जालना में प्रदर्शन स्थल पर संवाददाताओं से कहा है कि रामायण में भगवान हनुमान ने पूंछ से लंका में आग लगा दी थी। अगर मैं इस प्रदर्शन के दौरान मर गया तो मराठा, महाराष्ट्र को लंका बना देंगे।उन्होंने यह भी धमकी दी कि महाराष्ट्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कोई भी सार्वजनिक सभा नहीं होने दी जाएगी।





सरकार पर लगाए बड़े आरोप

जरांगे ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्रियों देवेन्द्र फडणवीस एवं अजित पवार पर ‘सगे-संबंधियों’ से जुड़ी मसौदा अधिसूचना को लागू नहीं करके और पिछले साल आंदोलन के दौरान मराठा प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दायर मामलों को वापस नहीं लेकर मराठा समुदाय को धोखा दिया है।जरांगे ने ये भी कहा कि अजित पवार छगन भुजबल का समर्थन कर रहे हैं जबकि भुजबल मराठा समुदाय को ओबीसी श्रेणी में शामिल करने के खिलाफ हैं।

क्या तलाकशुदा मुस्लिम महिला भी अनुच्छेद 125 के तहत भरण-पोषण की हकदार है? सुप्रीम कोर्ट की पूछताछ

 

याचिकाकर्ता ने सुप्रीम कोर्ट के सामने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि 1986 का कानून गुजारा भत्ते के मामले में मुस्लिम महिलाओं के लिए ज्यादा फायदेमंद बताया है,






 नई दिल्ली (एजेंसियां) सुप्रीम कोर्ट ने एक बार फिर इस पहलू पर विचार करने की इच्छा जताई है कि क्या तलाकशुदा मुस्लिम महिला को भी सीआरपीसी की धारा 135 के तहत अपने पति से तलाक लेने का अधिकार है।गुज़ारा भत्ता की मांग? गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ ने मशहूर मुहम्मद अहमद खान बनाम शाह बानो बेगम मामले में फैसला सुनाते हुए कहा था कि सीआरपीसी की धारा 125 एक धर्मनिरपेक्ष धारा है, यह मुस्लिम महिलाओं पर भी लागू होती है. हाल ही के एक मामले में, तलाकशुदा पत्नी को गुजारा भत्ता देने के पारिवारिक न्यायालय के निर्देश के खिलाफ एक याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने इस पहलू पर विचार करने की इच्छा व्यक्त की कि क्या मुस्लिम तलाकशुदा महिला भी सीआरपीसी के तहत गुजारा भत्ता पाने की हकदार है। धारा 125 के तहत उसका पति? सुप्रीम कोर्ट इस बात पर भी विचार करेगा कि इस मामले में सीआरपीसी या मुस्लिम पर्सनल लॉ (मुस्लिम महिला अधिनियम 1986) लागू होगा या नहीं. इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट





एसेक्स क्यूरी रुक गया है,

एक मुस्लिम व्यक्ति अपनी तलाकशुदा पत्नी से गुजारा भत्ता के कोर्ट के आदेश को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.फैमिली कोर्ट के आदेश को चुनौती देने वाले मामले की सुनवाई न्यायमूर्ति बीवी नागरता और न्यायमूर्ति ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की पीठ ने की। पहली सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट कानून के इस सवाल पर विचार करने के लिए सहमत हो गया कि क्या कोई मुस्लिम महिला सीआरपीसी की धारा 125 के तहत याचिका दायर कर सकती है।





आरपी बनाए रखने का अधिकार सुरक्षित रखता है।

फैमिली कोर्ट ने इस मामले में फैसला सुनाते हुए निर्देश दिया था कि पति अपनी तलाकशुदा पत्नी को 20 हजार रुपये प्रति माह अंतरिम भरण-पोषण भत्ता दे.फैमिली कोर्ट के इस निर्देश को तेलंगाना हाई कोर्ट में चुनौती दी गई थी। याचिकाकर्ता ने कोर्ट को बताया कि दोनों पक्षों का मुस्लिम पर्सनल लॉ के मुताबिक 2017 में तलाक हो गया था. उन्होंने कोर्ट को यह भी बताया कि उनके पास तलाक का सर्टिफिकेट भी है लेकिन फैमिली कोर्ट ने इस पर विचार नहीं किया. इसके बाद उच्च न्यायालय ने अंतरिम भरण-पोषण भत्ता देने के आदेश को रद्द नहीं किया, बल्कि देय राशि 20,000 रुपये तय कर दी।





से घटाकर 1000 रूपये प्रति माह कर दिया गया। याचिकाकर्ता-पति ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और कहा कि एक तलाकशुदा मुस्लिम महिला सीआरपीसी की धारा 125 के तहत आवेदन दायर करने की हकदार नहीं है, उसे मुस्लिम महिला अधिनियम, 1986 के तहत आगे बढ़ना होगा। इसमें यह भी कहा गया कि गुजारा भत्ता को लेकर 1986 का कानून मुस्लिम महिलाओं के लिए ज्यादा फायदेमंद है. याचिकाकर्ता ने अदालत को यह भी बताया कि उसने अपनी तलाकशुदा पत्नी को ईद के दौरान भरण-पोषण के रूप में दिया था,15 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन मिलता था।

इजराइल का अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के फैसले आने पर होशो हवास गायब,संयुक्त राष्ट्र के कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई







महेर समाचार एजेंसी ने सीएनएन के हवाले से कहा है कि फिलिस्तीन में संयुक्त राष्ट्र एजेंसी के प्रमुख ने कहा है कि गाजा में फिलिस्तीनियों के नरसंहार के मामले में इजरायल के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के फैसले के बाद ज़ायोनी सरकार के कुछ कार्यकर्ता अंतरराष्ट्रीय संगठन पर 7 अक्टूबर के हमलों में शामिल होने का आरोप लगाते हुए देश छोड़ने का आदेश दिया गया है।







संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि ज़ायोनी सरकार की कार्रवाई के बावजूद अंतरराष्ट्रीय संगठन का राहत कार्य गाजा में जारी रहेगा। इज़रायल की पहल के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका ने भी संयुक्त राष्ट्र के साथ सहयोग करना बंद कर दिया है। संयुक्त राष्ट्र आयोग के प्रमुख फिलिप लाज़ारिनी ने कहा है कि इज़रायल के आरोपों के बाद इन श्रमिकों के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है। याद रखें कि ज़ायोनी सरकार के कदम अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय द्वारा अपना फैसला जारी करने के कुछ ही घंटों बाद लिया गया। लेज़ारिनी ने कहा कि गाजा के लोगों को सहायता की आवश्यकता है। बीस लाख लोग सहायता एजेंसियों द्वारा उपलब्ध करायी गयी वस्तुओं पर जीवन यापन कर रहे हैं।

नीतीश कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री पद से दिया इस्तीफा, महागठबंधन से तोड़ा नाता






सूत्रों से पता चला की,,,इस्तीफा देने के साथ ही नीतीश कुमार आज फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. नई सरकार में बीजेपी के कोटे से दो नेता उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं.






बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा कदम उठाते हुए रविवार (28 जनवरी) को पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने जेडीयू विधायक दल की बैठक के बाद राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंपा. इसी के साथ बिहार में आरजेडी, जेडीयू, कांग्रेस और लेफ्ट का गठबंधन टूट गया. अब नीतीश कुमार बीजेपी के समर्थन से सरकार बनाने <PREV दावा पेश करेंगे.




नई सरकार में नीतीश कुमार ही सीएम रहेंगे.उनके साथ बीजेपी के दो नेता डिप्टी सीएम बनेंगे. डिप्टी सीएम कौन होगा, इसको लेकर सस्पेंस बरकरार है. हालांकि सूत्रों का कहना है कि सुशील मोदी और रेणु देवी उपमुख्यमंत्री हो सकते हैं.







नीतीश कुमार नई सरकार में आज ही शाम चार बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते 9 वीं बार होगा जब नीतीश कुमार र्स पद की शपथ लेंगे. सूत्रों ने बताया कि 6 से 8 नेता मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं. नई सरकार में जीतन राम मांझी की पार्टी हम भी शामिल होगी. मांझी अपना समर्थन पत्र नीतीश कुमार को सौंपेंगे.







विपक्षी गठबंधन के लिए झटका!


लोकसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार का यह कदम विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. दरअसल, नीतीश कुमार ही इंडिया गठबंधन के सूत्रधार माने जाते हैं. शुक्रवार को ही जेडीयू से जुड़े सूत्रों ने बताया था कि नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन का संयोजक नहीं बनाए जाने और शेयरिंग में हो रही देरी से नाराज है,






आरजेडी विधायकों की अपील


नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ जाने के बीच लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के कई विधायकों ने कहा कि सरकार बनाने के लिए कवायद करनी चाहिए. राज्य में सरकार बनाने के लिए 122 विधायकों की जरूरत है. आरजेडी के पास 115 विधायक हैं.



बिहार में सीटों का समीकरण


बिहार में सबसे बड़ी पार्टी आरजेडी है. बीजेपी के 78, जेडीयू के 45 और हम के चार विधायक हैं. इन तीनों दलों के विधायकों की कुल संख्या 127 है. सरकार बनाने के लिए 122 सीटों की जरूरत है.




कौन हैं ललित साल्वे, जिन्होंने पिता बनने के लिए तीन बार कराई सर्जरी; म हिला से पुरुष बनने तक ऐसा रहा सफ र

 



सूत्रों से पता चला,,,महाराष्ट्र के पुलिस कांस्टेबल Lalit Salve तीन बार लिंग परिवर्तन कराने के बाद पिता बन गए हैं। हालांकि,उनके लिए महिला से पुरुष बनने का सफर आसान नहीं था,



महाराष्ट्र के बीड जिले में तैनात पुलिस कांस्टेबल ललित साल्वे सुर्खियों में हैं। वे पिता बनने जा रहे हैं। उन्होंने महिला से पुरुष बनने के लिए तीन बार लिंग परिवर्तन सर्जरी कराई। ललित ने 2020 में शादी की। इस साल 15 जनवरी को उनके घर एक बच्चे का जन्म हुआ, जिनका नाम उन्होंने आरुष रखा है। ललित का लिंग परिवर्तन सर्जरी कराने से पहले नाम ललिता था।







'मुझे खुशी है कि मैं भी अब पिता बन गया हूं' ललित साल्वे (36 वर्ष) ने बताया कि एक महिला से पुरुष बनने तक का उनका सफर संघर्षों से भरा रहा है।इस दौरान कई लोगों ने मेरा समर्थन किया। मेरी बीवी का नाम सीमा है।वह एक बच्चा चाहती थी। मुझे खुशी है कि मैं भी अब पिता बन गया हूं।







जून 1988 को हुआ जन्म बता दें कि ललित साल्वे का जन्म जून 1988 में हुआ था। वे 2010 में पुलिस में शामिल हुए। उन्हें बीड जिले के माजलगांव शहर पुलिस स्टेशन में तैनात किया गया। महिला के रूप में जन्मे ललित में साल 2013 में ट्रांस-सेक्सुअल लिंग के लक्षण दिखाई देने लगे थे। उन्होंने महसूस किया कि उनके शरीर में बदलाव हो रहा है।







2017 में छुट्टी के लिए खटखटाया हाई कोर्ट का दरवाजा


ललित ने 2017 में कैरियोटाइपिंग नामक एक आनुवंशिक परीक्षण कराया, जिसमें उनके शरीर में Y गुणसूत्र की उपस्थिति की पुष्टि हुई। इसके बाद उनकी पुरुष के रूप में लिंग पहचान स्थापित हुई। ललित ने नवंबर 2017 में लिंग परिवर्तन सर्जरी कराने के लिए एक महीने की छुट्टी की मांग करते हुए बॉम्बे हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जिसके बाद उनकी छुट्टी को मंजूर कर लिया गया।








तीन बार कराई सर्जरी


पुलिस कांस्टेबल ललित ने हाईकोर्ट से छुट्टी की मंजूरी मिलने के बाद मुंबई के फोर्ट इलाके में स्थिति सरकारी सेंट जॉर्ज अस्पताल में 2018 और 2020 के बीच तीन बार सर्जरी करवाई।इसके बाद उन्होंने 16 फरवरी 2019 को सीमा से शादी की। कपल को 15 जनवरी को एक बेटे का माता-पिता बनने का सौभाग्य मिला।


ललित ने 30 से अधिक लोगों को दी सलाह ललित की सर्जरी करने वाले डॉक्टर का कहना है कि साल्वे भले ही पिता बन गए हों, लेकिन लिंग परिवर्तन सर्जरी कराने वाले हर शख्स ऐसी उम्मीद नहीं कर सकता।फिलहाल, ललित लिंगपरिवर्तन सर्जरी कराने की इच्छा रखने वालों के लिए मिसाल बन गए हैं। अबतक उन्होंने 30 से अधिक लोगों को सर्जरी कराने की सलाह दी है।






Disqus Shortname

sigma-2

Comments system

[blogger][disqus][facebook]

Archive Pages Design$type=blogging$count=7

About Me

Duis autem vel eum iriure dolor in hendrerit in vulputate velit esse molestie consequat, vel illum dolore eu feugiat nulla facilisis at vero eros et accumsan et iusto odio dignissim qui blandit praesent luptatum zzril delenit augue duis.
Read More